Friday, March 29, 2024

प्रभु यीशु मसीह के जीवन के अन्तिम 7 बातें

 

प्रभु यीशु मसीह के जीवन के अन्तिम 7 बाते

मत्ती 27 भजनसहिंता 22,यशायाह  53

 आप सभी का स्वागत है हमारी बडे शुक्रवार में यीशु मसीह के नाम से,

यह दिन विषय है,यह दिन महत्वपुर्ण है,यह दिन यादगार है,क्योंकि इसी दिन हमारे प्रभु ने अपना प्राण सम्पुर्ण संसार के लिए दिया,और उसके बलिदान के द्वारा परमेश्वर  और मनुष्य के बीच की दिवार टुट गया और अब कोई भी यीशु मसीह पर विश्वावस  करते हुए परमेश्वरसे अपने पापो की क्षमा पाकर जीवित परमेष्वर से अपना सम्बन्ध बना सकता है,

इसलिए आज हम उन बातों पर ध्यान देगे जो प्रभु यीशु मसीह ने क्रुस पर मरने वे पहले सात शब्द कहे,उसका बहुत ही अधिक आत्मिक अर्थ है,

हम देख सकते है परमेष्वर इब्राहिम कोआशीष की प्रतिज्ञा दिया,उत्पति 12:1-3

हम देख सकते है परमेष्वर ने इस्राईल को 7 प्रतिज्ञा दिया,निर्गमन 6:6-8

हम देख सकते है, यीशु मसीह ने 7 चमत्कार सब्त के दिन किया,

हम बाईबल को ध्यान से पढे तो हम पाते है यीशु मसीह ने कलवरी स्थान पर यीशु मसीह ने अपने मरने से पहले क्रुस पर 7 अन्तिम वचन कहे उसकी बडी महत्पुर्णता है,यदि किसी मरते हुऐ की गवाही आदालत में बहुत ही महत्व देते है तो यीशु मसीह के मरने से पहले कहे हुऐ वचन उससे भी अधिक महत्व है,चारो सुसमाचार मंे यीशु मसीह के क्रुस पर 7 वचन को हम पाते है,इसलिए मै चाहुगा कि आप आज के वचन को ध्यान से सुने और आज के संदेश से सभी आषीड्ढ पाऐ,$

इसलिए आज के वचन को हम तीन भागो में बाटेगे,

1.         क्रुस से पहले यीशु मसीह का 7 स्थानों में जाना 

2.         क्रुस पर यीशु मसीह के 7 वचन

3.         क्रुस पर यीशु के मरने के 7 लाभ 

4.         क्रुस के बाद सात घटनाए

 

1. यीशु मसीह क्रुस पर चढाए जाने से पहलेस्थानों मे जाना 

1.         यीशु मसीह का यरूशलेम को जाना,वहाॅ पर अन्तिम भोज करना,लूका 22:14-20

2.         अन्तिम भोज के बाद यीशु को गतसमनी के बगीचे में जाना,मति 26:36,जहा वह प्रार्थना करता है उसके चेले सो जाते है,लूका 22:40-45

3.         गतसमनी से महायाजक काईफा के महल मंे ले जाना,यीशु को महासभा के सामने खडा किया जाता है,मति 26:57-68,

4.         काईफा से पिलातुस के पास सजा के 

ि5.      लए भेजना जाना,लूका 23:1

6.         पिलातुस से हेरोदेस के पास ले जाया जाना,लूका 23:7,यीशु हेरोदेस के सामने खडे होते है,लूका 23:5-11,

7.         हेरोदेस से पिलातुस के पास वापस भेजा जाना,लूका 23:11,यीशु को सजा मिलती है,मति 27:26

8.         पिलातुस से गोलगता कैलवरी की ओर जाना,जहाॅ यीशु मसीह को क्रुस पर चढाया जाना, लूका 23:33

 

2. क्रुस पर प्रभु यीशु मसीह के 7 वचन 

1.         क्रुस से पहला वचन

पिता इन्हंे क्षमा कर क्योकि ये नही जानते क्या करते है,लुका 23:34,

यहा पर यीशु मसीह उन सभी लोगो के लिए प्रार्थना कर रहे थे जिन्होने उसे त्यागा मित्र और रिष्तेदार,छोडकर चले भाग गये चेले,झुठे इल्जाम लगााय,मजाक उडाया याजक,फरीसी,षास्त्री,दुर्द दिया,किल ठोका,कोडे मारे,काॅटो का ताज लगाया,रोमी सिपाही यीश उन सभी के लिए प्रार्थना कर रहा था कि पिता उन सब को क्षमा करे, अपने अपराधी को क्षमा के बारे मंे यीशु मसीह ने बहुत सी षिक्षा दिया 

इससे हम यह सिखते है कि हमे भी अपने सभी अपराधियों  को जिन्होने जाने और अनजाने मंे हमारा अपराध किया है,उन्हें क्षमा करे,यदि हमारे प्रभु ने अपने अपराधियों  को क्षमा किया तो हमे भी एक दुसरे के अपराध क्षमा करना चाहिए,

 

2. क्रुस से दुसरा वचन

आज में तुझ से सच सच कहता हुॅ आज ही तु मेरे साथ स्वर्गलोक में  होगा, लूका 23:39-43,

पहला अपराधी यीशु का मजाक उडाता है लेकिन दुसरा हम क्रुस पर एक अपराधी को स्वर्ग जाने का आष्वासन पाते है यह इसलिए नही कि उसने अच्छे काम किया,यह इसलिए भी नही कि उसने पानी का बपतिस्मा लिया यह इसलिए हुआ क्योकि उसने यीशु मसीह पर केवल विष्वास किया,हम देखते है कैसे वह प्रभु यीशु मसीह के साथ जाने के लिए योग्य हो जाता है,

1.         वह अपने पापी साथी को डाॅटता है, लूका 23:40,

2.         वह अपने पापों को मानता है,लूका 23:41,

3.         वह यीशु को को निषपाप घोषना करता है,लूका 23:41,

4.         अदभुद विश्वास को प्रदशित  करता है,लूका 23:42,

5.         यीशु से प्रार्थना और निवेदन करता है,लूका 23:42,

6.         यीशु उसे उतर देते है,लूका 23:43

इस से हम क्या सिखते हैः-यदि कोई यीशु मसीह पर विष्वास करेगा उसके पाप चाहे लाल रंग के भी हो वह परमेष्वर के ओर से क्षमा पाऐगा,1युहन्ना 1:8-9,आज यदि आप अपने पापों की क्षमा मागेगे तो परमेष्वर आपके सभी पापो को क्षमा करेगा,और आप स्वर्गजाने के लिए तैयार हो जाएगे,

 

3. क्रुस से तीसरा वचन

हे स्त्री यह तेरा पुत्र है और अपने चेले युहन्ना से कहा यह तेरी माता है,यहुन्ना 19:26-27, हम देखते है यीशु मसीह की माता यीशु मसीह के सेविकाई के आरम्भ काना के विवाह मं थी और अब यीशु के सेविकाई के अन्त में  भी उनके साथ रही,यहाॅ पर यीशु मसीह के वचन को देखते है,यह वचन यीशु मसीह ने अपने माॅ के प्रति दिखाया जिसेन उसे जन्म दिया और एक बडे बेटे के रूप में  यीशु ने अपना कत्वर्य को निभाया,इस बात निष्चत करना चाहता था कि यीशु के जाने के बाद युहन्ना उसकी माता का ध्यान रखे

इस से हम क्या सिखते है,:-एक विष्वासी और परमेष्वर के जन के रूप में  आपको अपने परिवार के प्रति कत्वर्य है जिसको आपको निभाना चाहिए,इसलिए बाईबल बताती है,1तीमुथियुस 5:8,हमे अपने परिवार का ध्यान देना चाहिए,

 

4. चौथा  वचन

हे मेरे परमेष्वर,हे मेरे परमेष्वर तुने मुझे क्यो छोड दिया, मति 27:46,मरकुस 15:34, तीसरे पहर तक अन्धियारा रहने के बाद यीशु ने बडे शब्द से पुकारा,यह पर यीशु अपने आपको अकेला पाता है,उसे अकेले ही मृत्यु का सामना था,यह चैथा वचन यीशु को अकेलेपन दर्द,दुख,महसुस कर रहा था,यह वचन भजनहिंता 22:1 मे है,

इस से हम क्या सिखते है,:-हम यहा पर पाते है यीशु मसीह को यह कहते हुॅ कि परमेष्वर ने उसे छोड दिया,क्यों परमेष्वर ने यीशु मसीह को कुछ समय के लिए छोड दिया क्योकि परमेष्वर पाप को देख नही सकता है,पाप के साथ परमेष्वर की संगति नही हो सकती है,पाप हमेषा परमेष्वर से मनुष्य को अलग करता है,यशायाह  59:1-3,जब यीशु मसीह क्रुस पर थे तो उस समय प्रभु ने संसार के पापांे को अपने उपर उठा लिया था,इसी प्रकार यदि कोई परमेश्वर  के पास आना चाहता है तो वह अपने सभी पापों को क्षमा मागंते हुऐ यीशु मसीह पर विश्वास करे,युहन्ना 3:36 

 

5. क्रुस पर पांचवा वचन

मै प्यासा हु,यहुन्ना 19:28,

यह उसके सम्पुर्ण मानवतो को दर्षाता है,उसके शरीरिक दर्द को दर्षाता है,यीशु को कोडे खोने और काटे सर पर लगाने के कारण,हाथो और पैरो मं बहुत से खुन बहने के कारण प्यास लगती है,

इस से हम क्या सिखते है,यह इसलिए हुआ क्योकि उसके मार खाने से हम चंगे हो जाए,1पतरस 2:24

 

6. क्रुस पर छठवां वचन

पुरा हुआ,जब यीशु मसीह ने सिरका लिया,तो कहा पुरा हुआ,युहन्ना 19:30

उसका कार्य पृथ्वी पर पुरा हुआ,इसी काम के लिए वह स्वर्ग से पृथ्वी पर आया,

सभी लोग जिनका उद्वार करना था वह पुरा हुआः-निकोदुमस,साम्रेरी स्त्री,अमारी जवान,जककई,

सभी चमत्कार जिनको करना था वह पुरे हुएः-पानी का दाखरस,अन्धो को चंगाई,पापियों  को उद्वार,मरो हुओ का जिन्दा करना,बिमारो को चंगा करना,दुष्टात्माओ से लोगो को आजादी सभी सभी षिक्षाऐ जिनको प्रचार करना था पुरे हुऐ,:- सुसमाचार का प्रचार और परमेष्वर के राज्य की षिक्षा जिस काम के लिए प्रभु यीशु मसीह आऐ वह पुरा हुआ,

सभी भविष्यवाणियो को पुरा होनाः-उसके जन्म के बारे में मिका 5:2,

उसके जीवन के बारे में यशायाह 61:1-2,उसके दुख और मृत्यु के बारे में  यशायाह  53,भजनसहिंता 22

सभी पापो की क्षमा के लिए दाम पुरा हुआः-इब्रानियों  10:14,1पतरस 1:18-19

इस से हम क्या सिखते हैः-जो कुछ परमेष्वर कहते है उसे वह पुरा करते है,यदि आप उस पर विष्वास करते है तो वह अपनी सभी भली प्रतिज्ञा को आपके जीवन में पुरा करेगे,

 

7. क्रुस पर सांतवा वचन

हे, पिता, मै अपनी आत्मा तेरे हाथो में  सौपता हुॅ,और यह कहकर प्राण छोड दिया,

यह सातंवा वचन यीशु मसीह ने भजनसहिंता के वचन से कहे भजनसहिंता 31:5,यीशु मसीह हमारे लिए फसह का मेम्ना बना जो हमारे पापो के लिए बलिदान हुआ,1कुरिन्थियों  5:7,

 

3. मसीह यीशु के मृत्यु के द्वारा लाभ, यशायाह  53:

1.         यीशु मसीह के कोढे खाने से हमको चंगाई मिलती है, 2पतरस 2:24,यषायाह 53:5-7

2.         यीशु मसीह के मृत्यु के द्वारा हमें  सभी पापो  से छुटकारा मिलता है, 1पतरस 1:18-19,लैव्यवस्था 17:11,कुलुस्सियों  1:14, इफिसियों  1:7, इब्रानियों  9:22,

3.         यीशु मसीह के क्रुस पर मृत्यु के द्वारा शैतान  को हरा दिया, कुलुस्स्यिां 3:15,

4.         यीशु मसीह के क्रुस पर चढाई जाने के द्वारा हमे सभी श्रापां से छुटकारा मिला है, गलतियों  3:13,व्यवस्थाविवरण 21:21-23,

5.         यीशु मसीह के क्रुस पर मृत्यु के द्वारा हम परमेष्वर के क्रोध से बचते है, रोमियों  5:9

6.         यीशु मसीह के क्रुस पर मृत्यु और लहु बहाने के द्वारा हम धर्मी ठहरते है,रोमियो  5:9,

7.         यीशु मसीह के क्रुस के मृत्यु के द्वारा हमारी पहुॅच परमेष्वर के तक होती है, इब्रानियों  10:19,रोमियां 5:10, कुलुस्सियों  10:19

8.         हमारे विरूद्व लिखे विधियों  और अभिलेख को मिटाने के लिए,कुलु 2:13-14, रोमि 8:34

9.         हमें  मृत्यु के डर के बन्धन से आजाद करने के लिए, इब्रानियों  2:14-15

 

4. यीशु मसीह के क्रुस पर मरने बाद की 7 घटनाऐ,

1.         भुकम्प और मन्दिर का परदा उपर से नीचे तक फट जाना,मति 27:51

2.         कब्रो का खुल जाना,मति 27:52,

3.         सुबेदार घोड्ढना करता है,सचमुच यह परमेष्वर का पुत्र था,मति 27:54,

4.         लोगो का अंगीकार, लूका 23:48

5.         चोरो की पैरो को तोडा गया,युहन्ना 19:31-32,

6.         सिपाही ने यीशु के भाले से भेदा जाना, युहन्ना 19:34,

7.         यीशु को दफनाया जाना,और कब्र को सिल किया गया और सिपाही उसकी रक्षा में तैनात किऐ गऐ,मति 27:66

 

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