Saturday, June 6, 2020

ईश्वरीय छुटकारे की प्रतिज्ञा


ईश्वरीय छुटकारे की प्रतिज्ञा
यशायाह 52:3

आप सभी का स्वागत है हमारी विशेष सन्देश को देखेगे जो परमेश्वर  कि ओर से है,क्योकि मै जानता हूँ जब परमेश्वर सन्देश देते है तो वह किसी ना किसी के लिए होता है क्योकि यशायाह मे लिखा है 55:11,उसी प्रकार मेरा वचन भी होगा जो मेरे मुख से निकलता है,वह व्यर्थ मेरे पास न लौटेगा,परन्तु जो मेरी इच्छा है उसे वह पुरा करेगा, और जिस काम के लिए मै ने उसको भेजा उसे वह सफल करेगा,

परमेश्वर अपने सन्तानो बन्धन मे देखना नही चाहते है वह चाहते है कि उसके सभी संतान स्वतन्त्र रहे,
सभी प्रकार के बिमारी से स्वंत्रत रहे,
सभी प्रकार के श्राप से स्वंत्रत रहे,
सभी प्रकार के दुष्टात्माओ से स्वंत्रत रहे
सभी प्रकार के कर्ज से स्वंत्रत रहे,
सभी प्रकार के बुरे स्वपनो से स्वत्रत रहे,
सभी प्रकार के चिन्ताओ से स्वंत्रत रहे,

इसलिए वह अपना वचन भेज गो को सभी विनाश के गढो से छुटकारा दिलाते  है,भजनसहिंता 107:20,मेरी प्रार्थना यदि आज आप किसी प्रकार के बन्धन मे है तो मेरा परमेश्वर  आपको आज छुटकारा दिलाऐ यीशु मसीह के नाम से,
छुटकारा का क्या अर्थ होता है,छुटकारा का अर्थ है,किसी प्रकार का बन्धन,बोझ,कर्ज,समस्याओ से आजादी,और जब किसी को छुटकारा प्राप्त होता है,तो वह आराम,शान्ति और आन्नद को प्राप्त करता है,मेरी प्रार्थना और प्रभु वह आराम,आन्नद और शांति आज आपको प्रदान करे
इसलिए परमेश्वर  ने अपने पुत्र यीशु मसीह को भेजा जो पाप,बिमारी,और शैतान के बन्धन में उन्हे छुटकारा दिलाऐ,इसलिए यीशु मसीह  ने कहा लूका 4:18,
यीशु मसीह हमे छुटकारा दिलाता है
सभी प्रकार के श्रापों से,गलतियो 3:13
सभी प्रकार के पाप की सामर्थ से,रोमियो 6:18,22
सभी प्रकार के शैतान के कामो से,1युहन्ना 3:8
क्या आप किसी भी प्रकार के बन्धन से बंधे हुऐ यीशु मसीह पर विश्वास  करे वह आपको सभी प्रकार के बन्धनो से छुटकारा दिलाएगा,
इसलिए परमेश्वर ने प्रतिज्ञा दिया कि वह अपने लोगो को सेंतमेत छुडा लेगा,यशायाह  52:3,मै नही जानता आप किस बन्धन में हैं, और आप किस प्रकार के पेरशानियों  से  छुटकारा पाना चाहते,लेकिन मै यह जानता है कि यहां पर ऐसे लोग है जिन्हे छुटकारा कि आवश्यकता है,और आज वह दिन है जब आप सभी समस्याओ से छुटकारा पाऐगे,क्योकि परमेश्वर का वचन कहता है, योएल 2:32,आज कितने लोग प्रार्थना करेगे, सभी, आज सभी अपने अपने पेरशानियों से छुटकारा पाऐगे क्योंकि परमेश्वर का वचन कहता है,भजनसहिंता 34:6,17,आज वह दिन है
इसलिए आज के विषय को समझने के लिए कुछ भागों मे बाटेगे,

1.    ईवरीय छुटकारा पाए हुऐ लोग,
2.    ईवरीय छुटकारा कि प्रतिज्ञा
3.    ईवरीय छुटकारा पाऐ हुऐ लोगो को निर्देश
4.    ईवरीय छुटकारा सलाह और मांग

1.   ईवरीय छुटकारा पाऐ हुऐ लोग

एक समय था जब इसराइल  मिस्र मे आये और वही रहने लगे और जब मिस्र मे एक नया राजा आया जो ना ही युसूफ को जानता था और ना ही उसके कार्य को निर्गमन 1:8-11,14,22,और मिस्र  मे इस्राइली गुलाम बन गऐ,और वहा का राजा उन्हे बहुत ही दुख देने लगा,तब इस्राइली लोगो ने परमेश्वर को पुकारा निर्गमन 2:23, बाईबल बताती है परमेश्वर ने उनकी सुनी, प्रभु आज आपकी सुने,इसलिए बाईबल बताती है निर्गमन 3:7-8, भजनसहिंता 107:6,आज प्रभु आपको सभी विपती और परेशानियो से छुटकारा दिलाऐ कितने लोग विश्वास करते है जोर से कहे आमीन,हाल्लेलुयाह,हम देखते है बाईबल मे ऐसे लोग जिनको परमेश्वर ने छुटकारा दिलाया,यह छुटकारा आसाधारण और अनोखा था,

1. प्रेरितो को जेल से छुटकारा दिलाया,स्वर्गदुत के द्वारा, प्रेरितों के काम 5:17-19,
2. पतरस को जेल से छुटकारा दिलाया,स्वर्गदुत के द्वारा, प्रेरितों के काम 12:7-10,
3. पौलुस और सीलास को छुटकारा दिलाया,भुकम्प के द्वारा, प्रेरितों के काम 16:24-26,
4. शद्रक, मेशक और अबदीनिगो को आग की भटटी में से छुडाया,अपने पुत्र के द्वारा, दानिय्येल 3:19,
5. दानिय्येल को शेरों से छुटकारा दिलाया, स्वर्गदुत के द्वारा, दानिय्येल  6:22,
6. यीशु ने दुष्टात्मा से पिडित व्यक्ति को छुटकरा दिलाया,अपने पुत्र के द्वारा, मरकुस 5:1-20,
7. यीशू ने 12 साल से लहु बहनेवाले बिमारी से छुटकारा दिलाया,अपने पुत्र के द्वारा, मरकुस 5:25-34,
8. यीशु ने कोढी को छुटकारा दिलाया, अपने पुत्र के द्वारा, लूका 5:12-14,
9. 38 साल से बिमारी से पडे हुऐ व्यक्ति को छुटकारा दिलाया, अपने पुत्र के द्वारा, युहन्ना 5:1-8,
हम इन सभी लोगो को देख रहे है क्योकि इन सभी लोगो ने परमेश्वर की सामर्थ के द्वारा छुटकारा पाया,यदि आप विश्वास करते है,तो आप भी सभी परशोनियो से छुटकारे पाऐगे, क्योकि परमेश्वर  कभी नही बदलते है यदि परमेश्वर ने इन लोगो को छुटकारा दिलाया तो वह आपको भी छुटकारा दिला सकते  है,

 2.   ईवरीय छुटकारा कि प्रतिज्ञा  यशायाह 47:4,
हमारे परमेश्वर का नाम छुटकारा देनेवाला प्रभु है,इसलिए वह अपने वचनों मे छुटकारे कि प्रतिज्ञा अपने लोगो से करता है,आज आपकी बारी है छुटकारे हाल्लेलु¸याह,क्योंकि परमेश्वर कभी नही बदलता है,वह एक समान रहता है,मलाकि 3 :6,इब्रानियो  13:8,उसकी प्रतिज्ञा भी अपने लोगो के लिए कभी नही बदलती है,भजनसहिंता 89:34,और वह अपने वचन मे छुटकारे कि प्रतिज्ञा देता है,

1. मुफ्त मे छुटकारा की प्रतिज्ञा,यशायाह  52:3,45:13,
2. धर्म के द्वारा छुडा लिए जाऐगे, यशायाह  1:27,
3. प्रभु प्रतिज्ञा देता है कि वह आपको छुटकारा देगा, भजनसहिंता 50:15,
4. जब आप उस से प्रार्थना करोगे,वह आपको छुटकारा देगा, योएल 2:32,
5. यदि कोई भी अपनी समस्याओ से छुटकारा पाना चाहता है तो उसे दो कार्य करना होगा एक छुटकारा से पहले और दुसरो छुटकारे के बाद,
 
3. ईवरीय छुटकारा पाने वालो के लिए निर्देश
छुटकारा पाने से पहले परमेश्वर सभी लोगो को सलाह, निर्देश  और आज्ञा देते है,केसे कोई व्यक्ति परमेश्वर की ईवरीय अपने जीवन पा सकता है,उसे सबसे पहले
1. अपने सभी पापो सेपक्षातापकरना चाहिए,
2. अपने सभी पापो को छोडना चाहिए,
3. प्रभु यीशू  मसीह पर विश्वास  करना चाहिए,
4. प्रभु यीशू  मसीह को प्रभु जानकर स्वीकार करना चाहिए,
5. प्रभु यीशू  मसीह को अपने जीवन में  स्वीकार करे,

लूका 4:18,,जब वह ऐसा करता है तब परमेश्वर अपने पुत्र के द्वारा परशोनियो को दुर करता है,इसलिए यीशू  मसीह ने कहा प्रभु का आत्मा मुझ पर है इसलिए कि उसने कंगालो सुसमाचार सुनाने के लिए मेरा अभिषेक  किया है और मुझे इसलिए भेजा है कि बन्दियांे को छुटकारो का और अंधो को दृष्टि पाने का सुसमाचार प्रचार करू और कुचले हुओ को छड़ाऊ

प्रार्थना के द्वारा अपनी परेशानियों  को परमेश्वर के सामने रखे और वह अपनी सामर्थ के द्वारा आपकी सभी परेशानियों  को दुर कर देगा,इसके बाद प्रभु हमे सलाह और निर्देश  देते है

4.  ईवरीय छुटकारा पाने के बाद परमेश्वर सभी लोगो को सलाह, निर्देश और आज्ञा देते है,
1. दुबारा पाप न करे:युहन्ना 5:14,8:11,
2. प्रभु की संगति में  बने रहे, इब्रानियो  10:25,
3. सबसे अधिक प्रभु कि आज्ञा माने,प्रेरितो के काम 5:29,युहन्ना 14:15,23,1युहन्ना 5:3
4. प्रभु के कार्य को दुसरो को बताए,मरकुस 5:18-19,प्रभु ने उस से कहा कि वह अपने लोगो को बताऐ,क्या आप बताऐगे,मैने पुछ क्या आप बताऐगे,प्रभु आपको इस्तेमाल करे,जब आप ऐसा करते है परमेश्वर की महिमा आपके जीवन में  होने लगेगी,


No comments:

Post a Comment

परमेश्वर के अगुवाही में जीवन जीना --- A Life Guided by God

परमेश्वर के    अगुवाही   में जीवन जीना भजनसहिंता 37 : 23, आज बहुत से लोग सोचते है कि उनके जीवन का भाग्य उनके हाथो में हैं ...